इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-43)
पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि सारे बॉयज घर के लिए निकल जाते है अब आगे ,
बस ऋषभ ही ड्राइव कर रहा होता है तो उसका पूरा ध्यान सामने होता है ...पीछे आनंद और देव पूरे सीट्स पी घूम घूम कर चिप्स खा रहे होते है की विहान कहता है ,
विहान -( आनंद से ) आनंद ...तुम ये बच्चो जैसी हरकते करना कब बंद करोगे ....
आनंद - भाई ...अगर मैने कुछ करना बंद कर दिया तो आई एम डैम श्योर आप सब लोग डिप्रेशन में होंगे .....
आदि - ओह ...
आनंद - यस...😎
( देव फिर जाकर लास्ट सीट पर लेट जाता है और बुक खोलकर पढ़ने लगता है ....नील हमेशा की तरह कान में लीड लगाकर आंखे बंद करके गाने सुन रहा होता है। ......विहान और आदि की नजरे ऋषभ पर होती है ....उसे ऐसे देख आनंद कहता है ,
आनंद - आदि भाई ...वो ऋषभ भाई है ..रिया दी नही ..😂😂
( आदि मुस्कुराते हुए अपना फोन देखने लगता है .....इस समय सबको अपने अपने में लगे देख आनंद थोड़ा दुखी हो जाता है और कहता है )
आनंद - ( ऋषभ से ) भाई मुझे भी कुछ काम दे दो कंपनी में ....
( ऋषभ हड़बड़ा कर ब्रेक लगा देता है तो बुक पढ़ते हुए देव सीट से नीचे उतर जाता है , बस रुक जाती है और देव खुद को संभालते हुए कहता है )
देव -( घूरते हुए ) मैं अगली बार से आप लोगो में से किसी के साथ कही भी नही जाऊंगा ...( पीठ को सहलाते हुए ) आप लोगो के साथ रहा तो मुझे टूटने - फूटने से कोई नही बचा सकता .....
( ऋषभ .....के ऐसे बस रोकने की वजह से सब उसकी तरफ देख रहे होते है ...आनंद को लगता है की ऋषभ उसकी बात सुनकर बस ऐसे रोक दिया तो वो कहता है )
आनंद - देखो भाई मैने बस काम मांगा कंपनी में ( घूरते हुए) आप इतना खतरनाक रिएक्शन देंगे मुझे पता नही था ......🙄🙄🙄
( ऋषभ कोई जवाब नही देता है वो बार बार सामने देख रहा होता आदि कहता है )
आदि - क्या हुआ ऋषभ ?
ऋषभ - सामने कोई जानवर है क्या ?
( नील अपनी सीट से उठकर डोर खोलता है और बाहर झांक कर देखता है और कहता है )
नील - मिस्टर ऋषभ बाहर कोई एनिमल नही है.....( उसकी तरफ देखकर ) आप ठीक तो है ?
ऋषभ -( सर पकड़कर ) हां ......
( विहान अब अपने सीट से उठता है और ...ऋषभ को पानी की बोतल देकर उसे फेस वॉश करने के लिए कहता है ...ऋषभ मुंह धोने के बाद फिर से ड्राइविंग करने जाता है तो इस बार आनंद रोक लेता है और कहता है,)
आनंद - भाई आप रेस्ट करो ...मैं करता हु ड्राइविंग .…
( सब उसे हैरानी से देखने लगते है तो वो कहता है" अरे ट्रस्ट मी मैं बस से लेकर स्कूटी सब चला लेता हु और ( चस्मा पहनते हुए😎 ) मत भूलिए की ये बस भी मैंने ही ठीक की थी ...........सब लोग हामी भर देते पर एक डर के साथ ....आनंद सबका डर समझता था इसलिए वो ड्राइविंग बिल्कुल आराम से करता है ...अब पूरे रास्ते कोई कुछ नही कहता है ...ऋषभ सीट पर ही सर टिकाए आंखे बंद करके अवनी के बारे में सोच रहा होता हैं...उसे लग रहा होता है की अवनी को वहां अकेला नही छोड़ कर आना चाहिए था , एक अलग सी बैचनी महसूस हो रही होती है तो वो आंख खोलकर पानी पीता है और बाहर हरे भरे पेड़ और दूर पहाड़ियों को देखने लगता है ......थोड़ी देर बाद सब लोग घर पहुंच जाते है ....,शाम का वक्त हो गया होता है ....विहान ने पहले ही नौकरों को कॉल करके आने का इनफॉर्म कर दिया होता है , इसलिए जब वो घर के अंदर जाते है तो नौकर डिनर प्रिपरेशन में लगे होते है .........सब लोग अपने अपने कमरे में जाते हैं...आज के दिन में होने वाली मीटिंग अनंत और आकाश जी ने संभाल ली होती है क्योंकि ऋषभ की हालत के बारे में विहान ने पहले ही बता दिया होता है ................
.ऊपर कमरे में ऋषभ जाकर फ्रेश होता है और ड्रेस चेंज करके वही बेड पर बैठकर कल के होने वाली मीटिंग्स की तैयारी में लग जाता है .......नीचे आदि अपने ट्रैवल एजेंसी की जानकारी ले रहा होता है की सब ठीक ठाक चल रहा है या नही ........दूसरे रूम में विहान भी ऋषभ की तरह वही प्रेजेंटेशन के प्रिपरेशन में लगा होता है ...........देव ,नील एक ही कमरे में होते है ....नील जब फ्रेश होकर रूम में आता है तो देखता है की देव उसके फोन में कुछ कर रहा है ...,उसे ऐसे देख नील कहता है,
नील - क्या कर रहे हो तुम ?
देव -( हड़बड़ा कर ) कुछ ....कुछ भी तो नही....
नील - मेरे फोन में क्या कर रहे थे?
देव -( अपना फोन दिखाते हुए ) भाई ये मेरा फोन है ....और आपके फोन पर तो पासवर्ड लगा हुआ है ...लेकर क्या करूंगा 🙄...
( नील कुछ नही कहता है और बेड पर बैठकर अपनी किताब खोलकर पढ़ने लगता है तो देव कहता है )
देव - वाह शुरू हो गईं पढाई .....बन गए नील जी अब नील बाबा ....
( नील उसे देखने लगता है तो वो कहता है )
देव - क्या भाई..…..लाइफ में फर्स्ट टाइम ऐसा फील हो रहा की आप जैसे लोगो के साथ घुमा नही जा सकता है ......मैं जा रहा आनंद जीजू के पास .
नील - ( बुक पढ़ते हुए ) डोर क्लोज करके जाना ....
देव -( घूरते हुए ) ताला लगाकर चला जाता हु ...🙄🙄...
( नील कुछ नही कहता है तो देव इरिटेट होकर कमरे से बाहर निकल जाता है और जैसे ही आगे बढ़ता है जाने के लिए ...अपने कदम वही रोक लेता है और कहता है )
देव - ( हर तरफ देखते हुए ) संभल कर चल देव ...वो चमगादड़ आ गई तो खून चूस लेगी ....
( पीछे से आवाज आती है " कौन चमगादड़ "...,...देव सकपका कर पीछे मुड़ता है तो देखता है की आनंद हांथ बांधे हुए ही उसे देख रहा है .........उसे देखकर देव कहता है )
देव -( हंसते हुए ) वो ...वो कुछ नही ..अच्छा आप फ्री है क्या ?
आनंद - हां इस पूरे घर में मैं ही तो हु जो वेला पड़ा हु ...
😂😂
( देव आंखे बडी बडी करके देखने लगता है और कहता है )
देव - सॉरी अगर मेरी बात का बुरा लग गया हो तो😬
आनंद - ओह गॉड ......( देव के कंधे पर हाथ रखकर ) हम दोनो ही वेले है ...
( देव हंसने लगता है और फिर दोनो किचन में चले जाते है.....उन्हे वहां आया देख .एक नौकर सैंडविच की प्लेट आनंद के सामने कर देता है और अपने काम में लग जाता है .....आनंद ..देव को सैंडविच देते हुए कहता है ,)
आनंद - अच्छा देव ये बताओ ...आगे का क्या प्लान है ?
देव -( खाते हुए ) कैसा प्लान ?
आनंद - तुम्हारी बहन को खोजने का ....
देव - ( खाना रोककर) मुझे लगता है ...अब हमे खुद ही खोजबीन शुरू करनी होगी ...
आनंद - ऋषभ भाई करवा रहें है ना ........
देव - हां करवा तो रहे है पर ...अवनी दी को लेकर ऑलरेडी वो परेशान रहते है ... इसलिए हमे लगता हैं खुद ही कुछ करना चाहिए .....
आनंद - हम्मम ......अच्छा तुम्हारी फैमिली में कौन.....
( बीच में ही नील का कॉल आ जाता है तो देव कहता है )
देव - जीजू मैं आता हु नील भाई का कॉल आया है ....
आनंद - ओह ठीक है जाओ .....
( देव वहां से चला जाता है और आनंद भी प्लेट वही रखकर अपने कमरे में.....थोड़ी देर बाद सब लोग डिनर करते है और थके होने के कारण जल्दी ही नींद के आगोश में चले जाते है .............
अगली सुबह विहान और ऋषभ 9 बजे से अपनी मीटिंग्स में लग जाते है जिसमे बड़ी बड़ी कंपनियों के मालिक भी होते हैं.....सभी को परफ्यूम कंपनी की डील अच्छी लगी थी इसलिए सब कोशिश कर रहे होते है की आखिरी में कॉन्ट्रैक्ट उन्हे मिले....सब अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रहे होते है ....... कंपनी में ना होने की वजह से ऋषभ को ऑनलाइन मीटिंग्स अटेंड करनी पड़ रही होती है जिसमें उसे कई दिक्कतें तो आती है पर किसी तरह वो चीजों को संभाल रहा होता है ….......लगभग शाम के 4 बजे तक मीटिंग चलती रही और फिर जब ऋषभ की प्रेजेंटेशन खतम होती है तो सब लोग तालिया बजाने लगे ...…उस टाइम ऋषभ ने ध्यान दिया इतने सारे लोगो में एक आदमी और भी है जिसके सामने के नेमप्लेट पर नाम लिखा है ... " मिस्टर राजबीर " , ऋषभ उनकी तरफ देखता है जो उसे ही ध्यान से देख रहे होते है .....अपनी तरफ इस तरह से देखते पाकर वो थोड़ा हैरान होता पर अगले ही पल हड़बड़ा कर अपना लैपटॉप बंद कर देता है और पीछे मुड कर अवनी की फोटो को देखने लगता है .....कुछ देर तक उसे यूं ही देखता रहता है ......
दूसरी तरफ अचानक से मीटिंग्स से ऋषभ का डिस्कनेक्ट होने की वजह से विहान थोड़ा घबरा जाता हैं....वो मीटिंग से डिस्कनेक्ट या वहां से उठ कर जा नही सकता था क्योंकि कुछ लोगो की प्रेजेंटेशन रही गई होती है .....उधर आकाश जी की नजर जब विहान पर पड़ती है तो वो एक्सक्यूज करके मीटिंग के केबिन से निकल जाते है और उसे मैसेज से पूछते है की " क्या हुआ विहान ...इतने परेशान क्यों लग रहे और ऋषभ कहां गया ?....सामने फोन पर जब मैसेज फ्लैश होता है तो विहान सामने देखते हुए ही उसे पढ़ता है और धीरे से टाइपिंग करके बता देता है ....उधर आकाश जी को मैसेज मिलने पर वो उसे देखते है और विहान को मैसेज करके मीटिंग से डिस्कनेक्ट होकर ऋषभ को देखने के लिए बोलते है ........विहान मैसेज मिलते ही मीटिंग से डिस्कनेक्ट हो जाता है और सारा सामान यू ही छोड़कर सीधे ऋषभ के कमरे के पास पहुंच जाता है और डोर खोलकर देखता है की ऋषभ ....बेड के पीछे टंगी अवनी की फोटो देख रहा...वो धीरे कदमों से कमरे मे जाता है और ऋषभ के कंधे पर हाथ रखकर कहता है ,
विहान - भाई ...आप आप ठीक तो है ?
( ऋषभ बिना कुछ कहे ही सामने देख रहा होता है....विहान फिर से कहता है )
विहान - आपने भाभी से बात की क्या ?
ऋषभ -( मुड़कर ) नही ....
विहान -( बेड पर बैठकर ) आप इतने लापरवाह कैसे हो सकते है ?
ऋषभ - ( हैरान से ) क्या मतलब ?
विहान - ( गुस्से में ) अच्छा बच्चू मतलब पूछ रहे है .….आपको क्या लगता है आप मुझे बताएंगे नही तो मुझे कुछ पता नही चलेगा , आप भाभी के साथ ऐसा कैसे कर सकते है .........आप कब तक सबको ऐसे धोखे में रखने वाले थे .....
( ऋषभ हैरानी से उसे देखने लगता है ....वो खुद से ही बड़बड़ाने लगता है की " विहान को कैसे पता चला कॉन्ट्रैक्ट मैरिज के बारे में " वो थोड़ा घबरा जाता है और विहान से कहता है )
ऋषभ - तुम जैसा सोच रहे हो वैसा कुछ भी नहीं है ......
विहान - ( बेड से खड़े होकर ) तो कैसा है ?..…आपको मुझे तो बताना चाहिए था ना ..🙄🙄
ऋषभ - विहान तुम मेरी बात तो सुनो …....
विहान - एक मिनट..
( वो बेड का एक कपबोर्ड खोलता है और सामने दिखाकर कहता है )
विहान - ये क्या हैं ?
ऋषभ -( हैरानी से ) मेडिसिन ....पर
विहान - अच्छा सिर्फ मेडिसिन है ( दिखाते हुए ) प्रेशर की मेडिसिन है ये ....😡आपकी तबियत ठीक नहीं है और आप मीटिंग अटेंड कर रहे…...
ऋषभ -( शांत होकर ) तो क्या मेडिसिन की वजह से काम छोड़ दू ....
विहान - काम नही छोड़िए ...पर ये मेडिसिन तो टाइम पर लीजिए .....( दूसरी तरफ मुंह फेरकर) आपने हम लोगो को ये बात क्यों नही बताई .....
ऋषभ - ( मेडिसिन लेकर ) कोई बड़ी बात नहीं है .....
विहान - अच्छा कोई बड़ी बात नही है ठीक है ......फिर आप आज के बाद से मुझसे कोई बात मत कहना ....
ऋषभ - ( प्यार से ) ओके सॉरी .....माफ कर दो अपने भाई को ......पर ये बताओ मैने तुम्हारी भाभी को कैसे धोखा दिया ....
विहान - भाई ये धोखा ही तो है ....वो आपकी वाइफ है उन्हे ही ये बात नही पता मतलब आपने ये बात छुपाई थीं...तो आप धोखेबाज हो ..
ऋषभ - ओह ....फिर तुम्हे कैसे पता चला?
विहान - ( मुस्कुराते हुए ) वो अपना जासूस है ना ..... उससे कोई बात नही छुप सकती 😂.....
ऋषभ - अच्छा ...कुछ ज्यादा ही जासूसी हो रही मेरी .....
विहान - चलो भाई मै चलता हु ...और नेक्स्ट टाइम बताकर मीटिंग से जाना यू ही गायब मत होना ठीक है......
( ऋषभ हां में सिर हिलाता है और फिर डोर क्लोज करके अपना फोन देखता है जिसमें अवनी के 4 मिस्ड कॉल होता है ...वो मुस्कुराते हुए कॉल बैक करता है तो फोन स्विच ऑफ होने की बात आती है .....वो हंसते हुए फोन वही बेड पर रख कर नीचे इवनिंग टी लिए आ जाता है जहां पर ऑलरेडी सब के सब बैठे होते है .....नौकर चाय और कॉफी रखकर चला जाता है .....सबसे पहले देव चाय लेता है और कहता है ,)
देव - इससे अच्छा तो हम घर ही चलते है ...क्या फायदा डलहौजी आने का 🙄
ऋषभ - क्यों क्या हुआ ?
देव - जीजू हम यहां एंजॉय करने आए थे ना तो फिर ये आप लोग काम में क्यों है..😭
विहान - एक्जेक्टली ..... मैं यहां मजे करने आया था और एक काम भी जो अब तक अधूरा है 😟....
आनंद -( गाते हुए ) मिलन अभी आधा अधूरा है 😂
मिलन अभी आधा अधूरा है
विहान -( घूरते हुए ) आनंद बेटा शांत हो जाइए....
आनंद - मैं कोई बेटा वेटा नही हुई 😎अपुन सिर्फ बाबू है ......
देव - हां बाबू , सोना ,मामा जादू - टोना ....
( सब लोग हंसने लगते है ...ऋषभ कॉफी पीते हुए आदि को देख रहा होता है जो बिलकुल शांत होता है …तभी देव कहता है )
देव - एक बात नही समझ आई मुझे अभी takn😯
नील - क्या ?
देव - यही की आनंद जीजू के द्वार छेकाई में जो पैसे मिले वो किसने दिए...
आनंद - क्या मतलब ? किसने दिए 🙄मेरी छेकाई थी तो मैं ही दूंगा ना...
देव - ( हंसते हुए ) जीजू ...आप भी ना ऐसा मजाक मत किया करो ...( ऋषभ से ) जीजू ये मैसेज देखकर बताइए किसका है ....
ऋषभ - ( बिना देखे ही ) मॉम ने भेजा था .....
( ऋषभ फिर सोफे से उठता है और आदि का हाथ पकड़ कर उसे अपने कमरे में लेकर आ जाता है और कहता हैं)
ऋषभ - अब बताओ क्या हुआ ?
आदि - क्या मतलब क्या हुआ......
ऋषभ - कल तुमने मुझसे इतनी रूडली क्यों बात की थी .....?
( आदि कुछ नही कहता है ...तो ऋषभ कहता है)
ऋषभ - अब कुछ कहोगे या नही ..….
आदि -( थोड़ा दूर होकर ) ठीक है .....सुनो ऋषभ आज जो मैं बात कहने वाला हु वो एक दोस्त के नाते नही बल्कि एक बहन का भाई होने के तौर पर कह रहा हु ........
( ऋषभ शांत होकर उसकी बात सुनता है और कहता है )
ऋषभ - ठीक है ....
आदि - ( दूसरी तरफ देखते हुए ) तुम्हे पता है मैं अपनी बहन के आंखों में आंसु नही देख सकता .....हां मैं पहले यहां नही था ना जाने कितने दिन उसने आंसुओ में बिताए होंगे पर अब और नही......
ऋषभ -( हैरानी से ) तुम कहना क्या चाहते हो.....
आदि - कल अवनी क्यों दुखी थी .....क्यों उसके आंखों में आंसु थे ...क्यों वो बच्चों जैसे जिद पर उतारू हो गई की उसे घर जाना है .......???बताओ ऋषभ
( ऋषभ ये सुनकर शांत रहता है क्योंकि जो वजह थी वो नही बता सकता था ....उसे ऐसे शांत देख आदि कहता है )
आदि - तुम्हे पता है ना की अवनी राजबीर मौसा जी की बेटी हैं.....
ऋषभ - तो ...
आदि - तो फिर अगर तुमने उसे इस बात के लिए कुछ कहा है तो तुम्हारी खैर नहीं ..….....
ऋषभ - आदि शांत हो जाओ....जैसा तुम समझ रहे हो वैसा कुछ भी नही है ( आंखे बंद करके) मैं ऑलरेडी परेशान हु की अवनी को भांग किसने पिलाई .....
आदि -( हैरानी से ) भांग ?
ऋषभ -( बेड पर बैठकर) हां होली में किसी ने उन्हे भांग पिलाई थीं...
( आदि उसके बगल में ही बैठकर सामने देखने लगता है तो ऋषभ कहता है )
ऋषभ - आदि....अगर अवनी मिस्टर राजबीर की बेटी नहीं भी होंगी तो तब भी मुझे उनसे कोई दिक्कत नही होगी ......
आदि - हम्म्म ... सॉरी मैं कुछ ज्यादा बोल गया ...
ऋषभ -( मुस्कुराकर ) कोई बात नही .....
आदि -( उसके गले लगकर ) सॉरी ...फिर भी ..
ऋषभ -( चिल्लाते हुए ) अरे अरे मेरा गला ...😬 छोड़ो
आदि -( हड़बड़ा कर ) क्या हुआ ....तुम ठीक तो हो ?
ऋषभ - यार तुमने तो कच्चूमर कर दिया था मेरे गले का...
आदि - ( हंसते हुए ) तुम भी मजाक करने लगे अब ...
.😄
( ऋषभ हंसने लगता है ..कुछ समय बाद आदि अपने कमरे में चला जाता है तो ऋषभ फ्रेश होने के लिए चला जाता है .....वाशरूम से निकलकर वो मिरर में देखते हुए टॉवल से फेस पोछने लगता है तो उसे एक आवाज आती है " कैसा लग रहा है उससे दूर होकर " ऋषभ इधर - उधर देखने लगता है तो आवाज आती है " इधर - उधर क्या देख रहे हो सामने देखो मैं तुम्हारा अक्श " ऋषभ सामने मिरर में देखने लगता है तो वो अक्स कहता है ,
" घबराओ मत मैं तुम ही हु " ऋषभ हैरान होकर कोई जवाब नही देता है तो वो अक्स कहता है ,
अक्स - अपनी अवनी को उस हालत में छोड़कर आए हो क्या ये सही है ?
( ऋषभ को जवाब नही देता है )
अक्स - उसका वहां क्या हाल हो रहा होगा तुमने कुछ सोचा ...
ऋषभ - वो मुझसे नाराज़ है ....वो मेरे साथ नही आना चाहती थी .
अक्स - तुमने लाने की कोशिश की
ऋषभ - वो नही आयेगी मेरे बुलाने पर .......
अक्स - ( हंसते हुए ) क्या फायदा ऐसे प्यार का ... छोड़ दो करना .....तुम करते ही नही हो उससे प्यार 😂
ऋषभ - ( गुस्से में ) करता हु मै अपनी अवनी से प्यार ...
अक्स -( हंसते हुए ) नहीं करते
ऋषभ - ( गुस्से में ) तुम चुप हो जाओ....
अक्स - ( फिर से हंसते हुए ) नही करते ...
( ऋषभ इस बार पूरे गुस्से में आ जाता है और टेबल पर रखे वॉश को उठाकर मिरर पर मारने जाता है क्योंकि वो अभी भी हंसते हुए बातो को दोहरा रहा होता है ....वो गुस्से में वॉश चलाकर मिरर पर मार देता है और कहता हैं)
ऋषभ - बहुत प्यार करता हु मै अपनी अवनी से .....नही रह सकता उनसे दूर ....
( वो वही आंखे बंद करके बैठ जाता है ....नीचे मिरर टूटने की आवाज सुनकर सारे बॉयज भागकर रूम में आते है और मिरर की ऐसी हालत देखकर थोड़ा डर जाते है ....फिर वो ऋषभ को देखते है जो वही बैठा होता है तो उसे बड़ी सावधानी से उठाते है और बेड पर बिठाकर आदि पूछता है )
आदि - तुम ....तुम्हे क्या हो गया ऋषभ ?
आनंद - भाई ये क्या हालत बना रखी है ....आपको क्या हुआ ?
विहान - मैं अभी डॉक्टर को बुलाकर लाता हु ......
( ऋषभ इशारों से उसे रोक देता है और मैं ठीक हु कहकर अपने बेड पर लेटकर साइड से लाइट ऑफ कर देता है ....ऋषभ को ऐसे देख कर सब एक दूसरे को देखने लगते है और फिर बाहर आकर ....नौकर को भेज देते है रूम की सफाई करने के लिए ....सफाई करने के बाद नौकर थोड़ी देर बाद फिर से कमरे मे आता है डिनर के लिए बुलाने तो देखता है की ऋषभ सो रहा है .....उसे सोते देख वो नीचे सभी थोड़े परेशान हो जाते है ....किसी का भी मन नहीं लगता है खाने में तो वो सब बिना खाए ही उठकर वहां से अपने अपने कमरों में चले जाते हैं.........
दूसरी तरफ नैंसी अपने कमरे में अकेले होती है तो उसे नील का मैसेज आता है ....वो देखती है जिसमे लिखा होता है की " अगर आप फ्री है तो रात के 11:30 pm पर ऑनलाइन आ जाना ...कुछ कहना है .......नैंसी थोड़ी हैरान होती है क्योंकि कल भी यही मैसेज आया था तो उसने इग्नोर कर दिया ...आज फिर से यही .....वो खुद से ही कहती है ,
नैंसी - लगता है कुछ ज्यादा जरूरी बात है तभी तो मैसेज कर रखे है 😏ओथरवाइज उस जलकुकड़े के पास इतना टाइम कहां से आ गया .....
( नैंसी बेड पर ही लेटकर बाहर चांद को निहारने लगती हैं....उसका बेड खिड़की से जुड़ा होता है तो इसलिए वो अपना सर उससे टिकाकर पीछे से ठंडी हवाओं को महसूस कर रही होती है और उसकी नजरे नील के मैसेज पर होती है। .......वो कुछ देर तक इंतजार करती है पर जब 12 से ज्यादा बजते है तो उसका गुस्सा पूरा बढ़ जाता है वो गुस्से में उसे( ये इमोजी भेजती है 😡😡) और अपना फोन पटक कर वही सो जाती हैं......उधर देव बहुत कोशिश करता है की नील ना सोए पर आखिर नील सो ही जाता है ..............
अगली सुबह
अगली सुबह जब नील की आंखे खुलती है तो उसे अपने फोन पर बिप की आवाज आ रही होती है.....वो फोन में व्हाट्सएप खोलकर देखता है जिसमे सबसे पहले ही नैंसी का मैसेज होता है ..वो थोड़ा हैरान होता है की ये बिन बात की ऐसी इमोजी क्यों है ....फिर उसकी नजर लास्ट सीन पर जाती है जिसमे 12:30 सो हो रहा होता है.....वो उफ्फ कहके खुद से ही कहता है ,
नील - अजीब है लोग ....पता नही इतनी देर तक ऑनलाइन कौन रहता है ...
( फिर वो उसे मैसेज करता है " क्या हुआ " और फिर फोन रखकर फ्रेश होने चला जाता है ......उधर ऋषभ अभी भी सो रहा होता है तो आनंद उसके कमरे में जाता है और कहता है)
आनंद - ओ कुंभकरण ....जरा उठ लो ..
( ऋषभ कोई रिस्पॉन्स नही देता है तो आनंद उसे हिलाकर कहता है ).
आनंद - अरे भाई ...उठ भी जाओ ...याद है ना आज आपकी मीटिंग है ...
( विहान कमरे में घुसते हुए कहता है )
विहान - ( थोड़े गुस्से में ) कोई जरूरत नही है मीटिंग अटेंड करने की ....जो होगा मैं वो संभाल लूंगा और अब आप ब्रेकफास्ट करो और मेडिसिन लेकर रेस्ट करो .....
आनंद - वाह क्या बात है भाई ....इसी तरह से जाकर ट्विंकी को अपने दिल की बात बता दो ...
विहान - हां ताकि वो मुझे हां बोलने की जगह पर अपने सैंडल से पूजा करने लगे ......
आनंद - ( हंसते हुए ) सैंडल से पूजा कौन करता है 😂
विहान - तुम्हारी बात जो सुनेगा उसकी पूजा सैंडल से होगी ....
आनंद - हुह 😠.....
( आनंद घूरते हुए वहां से जाने लगता है तो ऋषभ कहता है)
ऋषभ - अच्छा जा ही रहे हो तो एक कप कॉफी भिजवा देना .....
आनंद - 🙄🙄मैं नही ला रहा .....
( फिर वो नीचे चला जाता है ......विहान भी ऋषभ को ऑर्डर देते हुए कमरे से बाहर निकल जाता है तो उन दोनो की हरकतों पी मुस्कुराते हुए फ्रेश होने के लिए चला जाता है ........नीचे डाइनिंग टेबल पर बैठकर सब ब्रेकफास्ट कर रहे होते है ...नील का फोन उसके प्लेट के साइड पर ही होता है तो जब उसपर बिप की आवाज आती है तो वो खाना रोककर...मैसेज देखने लगता है जो नैंसी का होता है .....जिसमे लिखा होता है " कुछ नही भाड़ में जाओ " 😡........वो उसे हैरानी से देखते हुए गलती से मिर्ची खा लेता है जिससे उसका खाना अटक जाता है और वो जोर जोर से खांसने लगता है .....उसकी ऐसी हालत देख आदि उठकर उसके पीठ को सहलाने लगता है और देव पानी पिलाने लगता है .... नील पानी पीकर अपना फोन लेता है और बीना कुछ कहे अपने रूम में घुसकर अंदर से डोर बंद कर देता है ....उसे ऐसे जाते देख आदि कहता है ,
आदि - नील और ऋषभ में कोई फर्क नही है .....( मुस्कुराते हुए )
देव - फर्क है ......ऋषभ जीजू शादी शुदा है और नील बाबा ( सर पर हाथ रखकर ) बेचारे कुंवारे ......
आदि - ( हंसते हुए 😂) मुझे अब तुम में और आनंद में कोई फर्क नही नजर आता है .......ऐसा लग रहा भगवान ने 😅तुम दोनो को चुन चुन कर बनाया है ......
आनंद - तभी तो अपुन कहता है ....दुनिया में हम सिंगल यूनिक पीस है 😎😎
विहान - अच्छा चलो हो गया तो हमे अब जाना चाहिए मीटिंग हैं.......
( आदि और विहान अपने अपने रूम में चले जाते है और देव - आनंद ....वही हॉल में बैठकर विनी द पूह कार्टून देखने लगते है तो देव कहता है )
देव - जीजू आपको नही लगता है इस पूरे घर में सबसे ज्यादा वेले लोग हम है ......
आनंद - ( सामने देखते हुए ) मुझे भी पहले ऐसा ही लगता था .....पर अब नहीं .....😜
देव - ओह ...
आनंद - हां ..बिल्कुल अब तुम्हे क्या बताए ...ना जाने कितने लोगो की नैया पार लगाई है मैने ..( सर पर हाथ रखकर) उफ्फ सबकी शादी कराने का जिम्मा भगवान ने मुझे इस इंटीलाइजेंट ज्ञानी बाबा को दिया है .....😆😯😎
देव - ( हंसते हुए ) वैसे बात तो सही है। ...😂
आनंद - है ना सही कह रहा हु ...ना जाने लोग मेरा टैलेंट क्यों नही देखते है ...😏
देव - जीजू वैसा नजरिया चाहिए ...वैसे आपको तो फोटोग्राफी का शौख है ....😄
आनंद - ( खुश होकर ) अरे हां .....रुको मैं तुम्हे अपनी कुछ फोटोज दिखाता हु ..😅
( आनंद अपने कमरे से अपना कैमरा लेकर आता है और टीवी ऑफ करके देव को अपनी फोटोग्राफ दिखाने लगता है .......ऊपर कमरे में ऋषभ उन दो नौकरों के साथ होता हैं.....वो दोनो सामने खड़े रहते है और ऋषभ बेड पर बैठकर उनसे सवाल कर रहा होता है , कई बार वो एक ही चीज पूछ चुका होता है पर जवाब ना मिलने पर वो कहता है ,
ऋषभ - ठीक है ...अगर नही बताना चाहते है तो वही सही ............( किसी को कॉल करके) हां उठवा लो इन दोनो के फैमिली मेंबर्स को …..हां कोई जरूरत नही खाना - पीना देने की ....
( इतना कहकर वो फोन रख देता है .....सामने खड़े वो दोनो नौकर एक दूसरे को देखते है और कहते है )
नौकर -( एक साथ) मास्टर हमने ही मिलाया था ....दूध में भांग ...
ऋषभ - ( गुस्से में ) पर क्यो???
( वो दोनो उसका गुस्सा देखकर एक साथ ही कहते हैं)
ऋषभ - वो ...वो मास्टर ....हमे अनंत सर ने कहा था ऐसा करने के लिए .......
( ऋषभ अपने डैड का नाम सुनकर वही बेड पर बैठ जाता है .....वो हैरान होता है की उसके डैड ऐसा कैसे कर सकते है अवनी के साथ ....( अपने सर पर हाथ रख लेता है ) नौकरों को जाने का इशारा कर देता है ......नौकरों के जाने के बाद वो गुस्से में ही बेड से उठता है और टेबल पर हाथ मारकर कहता है ,
ऋषभ - जब मैं आपकी सारी बाते मान रहा तो आपने ऐसा क्यों किया मेरी अवनी के साथ ......डैड 😡😡😡अब आप.......(वो फोन उठाकर कॉल लगाता है अनंत जी को पर स्विच ऑफ होने की वजह से फोन नही लगता है। ....वो गुस्से में ही फोन उठाकर नीचे फेंक देता है और टेबल पर फिर से हाथ मारकर कहता है )
ऋषभ - मिस्टर अनंत कश्यप ...अब आपको मुझसे और मेरे सवालो से कोई नही बचा सकता है ..........
( फिर वो वही खड़ा रहता है और सामने टेबल पर रखी अपनी और अवनी की फोटो देखने लगता है ............)
दूसरी तरफ,
अवनी सभी लोगो के साथ हॉल में बैठी होती है और संजना उसके पीछे .......अब अवनी को थोड़ा अजीब लग रहा होता है क्योंकि जबसे ऋषभ वहां से गया होता है ....संजना उसके आगे पीछे ही घूम रही होती है ...चाहे वो किचन हो , हॉल हो या बाहर गार्डन में घूमने जा रही हो .....संजना हर वक्त उसके पीछे पीछे.....तभी राहुल जी हॉल में आ जाते है और सोफे पर बैठ कर कहते है ,
राहुल - और बच्चो की मीटिंग कैसी चल रही वहां ....
रिया - अच्छी चल रही है ...कल ही ( मुस्कुराते हुए ) आदि से बात हुई थीं.....
आराध्या जी - वैसे अजीब है आए थे घूमने और फिर काम में लग गए......
अवनी -( धीरे से बड़बड़ाती हुई ) अच्छा ही है ....कुछ पल दूर तो रहेंगे ......
( संजना उसके कान के पास झुक कर )
संजना - ( फुसफुसाने की आवाज में ) कुछ कहा आपने भाभी .....
अवनी -( डरकर ) आपने तो डरा ही दिया ....ऐसे कौन बोलता हैं.....🙄🙄
( संजना हंसते हुए जाकर सोफे पर बैठ जाती है तो राहुल जी कहते हैं)
राहुल - ( संजना से ) अच्छा बेटा ....आगे क्या करने के प्लान है ?
संजना - सोच रही हु सब्जियों का बिजनेस चालू कर लू .....है ना बेस्ट आइडिया 😎.... खूब सब्जियां बेचूंगी और अपना बिजनेस आगे बढ़ाऊंगी .....
राहुल जी - बिल्कुल बेस्ट आइडिया है ....😊मेरा दोस्त स्टेलवर्ट्स एकेडमी को सब्जियां सप्लाई करता है ....
आराध्या जी - ओह वो डॉक्टर हितेश का बेटा हर्ष भी तो वही पढ़ता है ना ......
राहुल जी - हां 😂😂 वो कॉमिक्स का दीवाना वही है ......(नैंसी से ) और तुम्हारा ?
नैंसी - अंकल जी मेरा तो फ्लोरिस्ट बनने का सपना है .....बस पुरे दिन फूलों के आस पास .....
राहुल जी - वाह बेटा फिर तो आपकी शॉप से ही गुलाब लेकर आया करूंगा ( आराध्या जी की तरफ देखकर) .....
ट्विंकी - ( हंसते हुए ) मॉम डैड आपकी जोड़ी को नजर ना लगे ....वैसे अब मैं चलती हु ..ऋषभ सर ने अकाउंट से रिलेटेड चीजे भेज दी होंगी ......
( ट्विंकी फिर अपने कमरे में चली जाती हैं....सब कुछ देर तक बात करती है और अपने अपने कमरों में चली जाती है )
दूसरी तरफ ,
घर पर नील अभी भी अपना फोन देख रहा होता है ....उसने नैंसी को कई मैसेज कर दिए होते है पर किसी का रिप्लाई नही मिलता है ........तभी देव कमरे में आ जाता है तो नील कहता है ,
नील - देव....एक मिनिट अपना फोन दो ना ..
देव -( फोन पीछे करके ) क्यों ???
नील ,- दे रहे हो या नही .…...
देव - अगर मेरी गर्लफ्रेंड के मैसेज देख लिए तो 😯....
नील - मुझे कोई दिलचस्पी नहीं है तुम्हारी गर्लफ्रेंड में .......
देव - फिर मैं क्यों दु ....आपको पता है ये फोन ही मिसेज मोबाली है ....मेरी हॉफ गर्लफ्रेंड ....
नील -( छीनकर ) कुछ देर में देता हु मिसेज मोबाली को .....
( फिर वो व्हाट्सएप ओपन करता है और नैंसी का चैट खोलकर उसका लास्ट सीन होता है जो कुछ देर पहले की होता है ......वो हैरानी से अपना चेक करता है और कहता है " सही है मुझे ब्लॉक मार दिया " .......फिर वो फोन वही रखकर बाथरूम में चला जाता हैं.....उसे ऐसे जाते देख वो नील का फोन उठाता है ताकि देख सके की क्या हुआ....पर लॉक होने की वजह से...... वो अपना फोन लेता है और रूम से बाहर निकल जाता है ..............थोड़ी देर बाद सब लंच करते है और फिर से मीटिंग में लग जाते है ...... ऋषभ अभी भी अपने कमरे में ही होता है , नौकरों को उसने वहां से निकाल दिया होता है पर सबको ये कह देता है की ....वो लोग छुट्टी पर है .....सुबह से उसने कमरे में बैठे बैठे कई कप कॉफी पी चुका होता है क्योंकि आकाश जी ने उसे मीटिंग अटेंड करने के लिए मना कर दिया होता है ये कहकर की तबियत ठीक नहीं है रेस्ट करो ............शाम के 4 बजे के आस पास मीटिंग खत्म होने के बाद विहान ...ऋषभ के कमरे में आता है जो बालकनी में खड़ा होता है .....वो टेबल पर मेडिसिन देखता है और फिर उफ्फ कहके एक ग्लास पानी लेता और ऋषभ के सामने करके कहता है ,
विहान - मैं जानता था की आपने मेडिसिन नही ली होगी ....
( ऋषभ उसकी तरफ देखने लगता है तो वो कहता है )
विहान - भाई यू ही देखने से तो मेडिसिन आपके मुंह में चलकर जायेगी नही..तो हाथ बढ़ाओ और चुपचाप खाओ .....
( ऋषभ मुस्कुराते हुए ले लेता है और फिर से सामने देखने लगता है तो विहान कहता है ).
विहान - भाई आप भाभी की टेंशन क्यों ले रहे वो वहां ट्विंकी जी के घर सेफ है और हमारे बॉडीगार्ड तो लगे ही है .....
ऋषभ - हम्मम....
(ऋषभ को शांत देखकर विहान फिर से कहता है )
विहान - अगर आपको ठीक नही लग रहा तो सबसे अच्छा भाभी को यही बुला लीजिए....
ऋषभ -(मन में ही ) मुझसे ही तो दूर रहने ले लिए वहां रुक गई...एक बार 🙄मिलने भी नही आई ....वो खुद तो मेरे सामने शायद आना नही चाहती .....
( विहान फिर से उसे ऐसे शांत देखकर कहता हैं)
विहान - क्या हुआ भाई ....,( फोन सामने करके ) ये लीजिए भाभी को कॉल करके बता दीजिए की आप आ रहे लेने ...
ऋषभ -( सामने देखते हुए ) देखता हु ...
विहान - भाई .. मुझे पता है आप चाहते हो की भाभी 24 घंटो आपके सामने रहे ....
ऋषभ - हम्म्म्म ......चाहता तो हु ..
विहान - तो मैं ही कॉल करके बुला देता हु ...( हंसते हुए 😅😁.) आखिर अपने भाई को भाभी से दूर रखना भी तो गलत है ना ....
ऋषभ - यहां तो ठीक है ..पर वहां घर पर 24 घंटे अपने सामने कैसे रख पाऊंगा......पूरे दिन तो मैं घर नही रुक सकता ना ......
विहान - ( मुस्कुराते हुए ) आप नहीं रह सकते तो भाभी को ले जाना .....
ऋषभ -( हंसते हुए ) वो बेवजह कही नही जायेंगी ....अगर ले भी जाऊंगा तो वो 10 सवाल करेंगी की क्यों ??....( धीरे से ) और अब तो वो बिल्कुल भी नही जायेंगी ....
विहान - तो भाई जान वजह बनाइए ....जिससे भाभी सवाल भी नही करे और आपकी जान आपके सामने सही सलामत रहे ....🤗😊.….....
( ऋषभ कुछ नहीं कहता है और मुस्कुराते हुए सामने पहाड़ियों को निहारने लगता है ....उसे शांत देख विहान कहता है ....)
विहान - भाई मै चलता हु अपने रूम में .....
ऋषभ - आनंद से एक कप कॉफी भिजवा देना ......
( विहान हंसते हुए कमरे से बाहर चला जाता है और फिर थोड़ी दे बाद आनंद गुस्से में घूरते हुए कॉफी लाता है और बालकनी में राज टेबल पर रख कर कहता है )
आनंद - बस अब बहुत हुआ 🙄🙄🙄सुबह से मुझे पागल कर दिया है आपने ...इतनी कॉफी कौन पिता हैं.....एक मिनट अगर इतना ही पीना था तो नौकरों को छुट्टी क्यों दी .... हाय मेरी कमर ..( घूरते हुए) बस अब बहुत हुआ .....मुझे मत बुलाना 😟😟...और अगर इतना ही शौख है पीने का तो भाई मेरे प्यारे भाई एक सेक्रेटरी रख लो 🙄🙄जो 24 घंटो आपके सामने कॉफी लेकर घूमती फिरेगी या फिरेगा ......
ऋषभ - ( कॉफी रखकर ) बस हो गया मेरा ....अब रात में लाना ...
आनंद - 😡🙄भाई ...
ऋषभ - मजाक कर रहा हु ....
आनंद - नही पसंद आया मुझे 😔😒😒अच्छा सुनिए वो दीपक पकड़ा गया 😎बोला था ना पकड़ लेंगे ......
ऋषभ -( खुश होकर ) ये तो बहुत अच्छी गुड न्यूज है ....
आनंद - अपुन हमेशा गुड न्यूज ही देता है ..😎चलो इसी बात पर अब मत बुलाना कॉफी के लिए ......सुबह से मैं खुशी जी से बात नही कर पाया ....
ऋषभ - ठीक है जाओ ....😊
( आनंद चला जाता है तो ऋषभ बालकनी का परदा लगाकर बेड पर लेट जाता है की तभी संजना का कॉल आ जाता है .....ऋषभ कॉल अटेंड करता है और कहता है )
ऋषभ - पहले तो तुम ये बताओ की मैं जब जा रहा था तो तुम कहां चली गई थीं......
संजना - सही है भाई ना हाय ना हेलो ...सीधे सवाल 🙄....
ऋषभ -अच्छा कैसी हो तुम?
संजना - बस बस रहने दो ....वो उस दिन मैं भाभी लोगो की प्रोटेक्शन में लग गई थी 😎आखिर आपने जो कहां था .....
ऋषभ - हम्मम .....
संजना - ( दुखी होकर ) भाई अब मैं भाभी के साथ नहीं सोऊंगी ....मेरी कमर तोड़ दी है उन्होंने 🙄🙄( आंखे गोल घुमाकर ) उनके साथ इंसान प्रजाति से तो कोई नही सो सकता 😐😯.....
ऋषभ - ( आंखे बड़ी करके) ओह तो मैं इंसान नही हु ....
संजना -( हंसते हुए ) वो तो आपको पता होगा 😁....
ऋषभ - हू ह ....
संजना - अच्छा भाई ....आपकी बीवी की प्रोटेक्शन कर रही तो उसके बदले मुझे क्या मिलेगा .....
ऋषभ - मतलब ...कुछ चाहिए भी ...,कुछ नही मिलेगा
संजना - दिस इज नॉट फेयर ब्रो 😒😒😒आप कंजूस हों...
ऋषभ - ( मुस्कुराते हुए ) अच्छा क्या चाहिए ....
संजना - वही चाहिए ...जो इतने दिन से मांग रही .
ऋषभ - संजना बेटा बात समझो वो पेंडेंट के जैसा वैसा ही मिलना बिल्कुल मुश्किल है ...
संजना - कोई बात नही भाई ....रहने दीजिए ...😊
ऋषभ - ( हैरान से ) क्यों क्या हुआ ?😯
संजना - कुछ नही अच्छा एक बात कहूं....
ऋषभ - हां बिलकुल कहो....
संजना -( हकलाते हुए ) वो भाई ..बात ये है की ... कहूं की नही ....अच्छा सुनो वो भाई ...भाभी ना बहुत जिद्दी है ..किसी की बात नही सुनती ..सुबह से ही उन्होंने खाना नहीं खाया है ....उनको कितना समझाया सबने पर नहीं , ऊपर से वीक तो वो पहले सी हो गई थी तो बस .........
( ऋषभ उसकी बात ध्यान से सुन रहा होता है पर जब वो रुक जाती है तो वो कहता है )
ऋषभ - बताओ बस क्या ??
संजना -( एक ही सांस में )तो बस ए बेहोश होकर गिर गई और अभी डॉक्टर उन्हे चेक करके गए है .....मेडिसिन उन्होंने ले ली है
( ऋषभ कुछ भी नही कहता है तो संजना कहती है )
संजना - भाई आप ठीक तो है ?
ऋषभ - अभी वो कहां है ...उन्होंने कुछ खाया या नही?
संजना - नीचे हॉल में सबके साथ बैठी है .....और नही...
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए ) ठीक है तुम रेस्ट करो ..मैं अवनी जी से बात करता हु 😊
संजना - वो ....वो भाई एक बात और है ?
ऋषभ - अब भी अवनी जी के बारे में ....?
संजना - हम्मम भाई .........
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shweta soni
27-Jul-2022 06:39 AM
Nice
Reply
Sandhya Prakash
16-Jul-2022 06:53 PM
बहुत खूब
Reply
Punam verma
04-Jul-2022 12:22 AM
Nice
Reply